सागर.डॉ.हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर के उन्नत अनुसंधान केंद्र सीएआर में समकालिक थर्मल विश्लेषण एसटीए और थर्मोग्रैविमेट्रिक विश्लेषण टीजीए पर एक दिवसीय हैंड्स ऑन प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें 35 प्रतिभागियों ने सहभागिता की. डॉ.विवेक कुमार पांडे ने सत्र की शुरुआत की और ऐसे कार्यक्रमों के महत्व के बारे में प्रतिभागियों को जानकारी दी.उन्नत अनुसंधान केंद्र की मुख्य समन्वयक प्रो.श्वेता यादव ने केंद्र के संक्षिप्त परिचय के साथ ऐसे कार्यक्रमों के महत्व के बारे में प्रतिभागियों को बताया.उन्होंने विश्वविद्यालय में आयोजित होने वाली आगामी कार्यशालाओं की भी जानकारी दी और प्रतिभागियों को प्रशिक्षण के लिए शुभकामनाएं दीं. व्याख्यान सत्र में मुख्य वक्ता प्रो.रणवीर कुमार प्रभारी शिक्षक ने प्रतिभागियों को एप्लाइड साइंसेज के विविध क्षेत्र में थर्मोग्रैविमेट्रिक विश्लेषण टीजीए तकनीक के इतिहास, सामान्य परिचय,सिद्धांत, सैम्पल तैयार करने और सुरक्षा प्रोटोकॉल आदि के बारे में बहुत ही बुनियादी से लेकर उन्नत स्तर तक जानकारी दी. थर्मोग्रैविमेट्रिक विश्लेषण एक उल्लेखनीय तकनीक है जिसका उपयोग विभिन्न फार्मास्यूटिकल,खाद्य,पर्यावरण और पेट्रोकेमिकल अनुप्रयोगों में उपयोग की जाने वाली सामग्रियों की विशेषता के लिए किया जाता है. थर्मोग्रैविमेट्रिक विश्लेषण आपके उत्पादों की संरचना, शुद्धता, अपघटन प्रतिक्रियाओं, अपघटन तापमान और अवशोषित नमी की मात्रा को मापता है. समकालिक थर्मल विश्लेषण एसटीए के साथ आपको अपने नमूने के बारे में अधिक संपूर्ण थर्मल जानकारी मिलती है,
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