विश्वविद्यालय की उत्तरोत्तर प्रगति में लिपिक संवर्गीय कर्मचारियों का योगदान भी अहम

24 सितम्बर, 2024, रंगनाथन भवन विश्वविद्यालय की माननीया कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन से  डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर (म.प्र.) के राजभाषा प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित हिन्दी पखवाड़ा-2024 के अंतर्गत विश्वविद्यालय के समस्त सहायकों एवं लिपिकों हेतु ‘टिप्पण, प्रारूपण एवं कार्यालयीन पत्राचार’ विषय पर हिन्दी कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला के विषय-विशेषज्ञ एवं पखवाड़ा कार्यक्रम के संयोजक विश्वविद्यालय के संयुक्त कुलसचिव एवं प्रभारी राजभाषा अधिकारी श्री संतोष सोहगौरा ने प्रतिभागियों को राजभाषा के नियमों, कार्यालयीन कामकाज में प्रयोग की जाने वाली शब्दावली, पत्रों के विभिन्न प्रकार, नोटशीट तैयार करने जैसे कार्यालयीन कामकाज में उपयोगी प्रशासनिक प्रक्रियाओं पर विस्तार से चर्चा की। अपने वक्तव्य में उन्होंने बताया कि किसी भी प्रस्ताव पर निर्णय इस बात पर भी निर्भर करता है कि उसे संबंधित सहायक एवं लिपिक द्वारा विश्‍वविद्यालय हित को ध्यान में रखते हुए संबंधित प्रकरण को नियमानुसार नोटशीट पर किस रूप में प्रस्तुत किया गया है। अपने वक्तव्य को रोचक एवं संवादात्मक बनाते हुए उन्होंने प्रतिभागियों की जिज्ञासाओं का दैनन्दिन कार्यालयीन कामकाज से जुड़े उदाहरणों के माध्यम से निराकरण किया। कार्यशाला में प्रतिभागियों के लिए शब्दावली पर आधारित प्रश्नोत्तरी भी आयोजित की गई कार्यशाला के प्रतिभागिता प्रमाण-पत्र का वितरण तथा हिन्दी  पखवाड़ा- 2024 के अंतर्गत आयोजित प्रतियोगिता के परिणामों की घोषणा 25 सितम्बर, 2024 को अपराह्न 01:45 बजे से रंगनाथन भवन, केन्द्रीय पुस्तकालय में आयोजित 'पुरस्कार वितरण एवं समापन समारोह' में की जायेगी जिसमें विजयी प्रतिभागियों को विश्वविद्यालय की माननीया कुलपति महोदया एवं मुख्य अतिथि द्वारा नकद पुरस्कार, स्मृति चिन्ह  एवं प्रमाण-पत्र से सम्मानित किया जायेगा।
 

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