रहली थाना अंतर्गत आने वाली बलेह चौकी के देवलपानी के जंगल में शाम के समय एक आर्मी जवान का शव फांसी पर झूलता हुआ मिला। भारतीय सेना में सिग्नल इंजीनियर के पद पर पदस्थ 28 वर्षीय देवेंद्र पिता अजमेर सिंह लोधी निवासी देवलपानी 15 दिन की छुट्टी पर अपने घर आया था। देवेंद्र लोधी की वर्तमान पदस्थापना यूपी के सिकंदराबाद में थी, जहां से स्थानांतरित होकर अब देवेंद्र मेरठ जाने वाले थे। बता दें कि मृतक देवेंद्र का बड़ा भाई भी आर्मी में है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार सिग्नल इंजीनियर देवेंद्र लोधी लंबे समय से किसी क्षेत्रीय महिला गिरोह के चंगुल में था। जिसके चलते कई बार देवेंद्र से पैसे भी ऐंठे गए। मृतक के परिजनों ने बताया है कि युवती के पास मृतक के कुछ वीडियो और फोटो थे जिनके जरिए उसे बार बार ब्लैकमेल किया जा रहा था। बार बार पैसे देने के बाद भी गिरोह ने मृतक और उसके परिवार को परेशान करना बंद नहीं किया। मृतक की भाभी और बहन ने आरोप लगाते हुए बताया है कि तनु कोरी नाम की एक लड़की को जरिया बनाकर एक गिरोह ने मृतक से लगभग 12 से 15 लाख रुपए ऐंठ लिए और उसके बाद और भी पैसों की मांग की गई। इस गिरोह में युवती के अलावा मृतक के कुछ दोस्त भी शामिल बताए गए हैं। जब मृतक बहुत ज्यादा परेशान हो गया तो उसने इस संबंध में अपने परिवार को बताया, जानकारी लगते ही पहले मृतक के भाई ने मामले में मध्यस्थता करते हुए मामले को रफा दफा करने के लिए गिरोह से बात की और मृतक की सिम को भी बंद करा दिया। लेकिन इसके बावजूद भी रहली के इस क्षेत्रीय गिरोह द्वारा मृतक के भाई और घर की महिलाओं समेत अन्य रिश्तेदारों को भी तरह तरह से ब्लैकमेल किया जाता रहा। लंबे समय से इसी मामले को लेकर देवेंद्र काफी मानसिक तनाव में था।
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