सागर l महाराज विक्रमादित्य और सम्राट हर्षवर्धन केशासनकाल में जिस तरह से सांस्कृतिक उत्थान का काम हुआ वैसा ही मां रानी अहिल्याबाई ने भी किया आज वही काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कर रहे हैं भारत के बारे में यह भ्रम फैलाया जाता है कि यहां महिलाओं को वेद पढ़ने की अनुमति नहीं थी, शिक्षा नहीं दी जाती थी पर्दे में रहना पड़ता था लेकिन ये देश भूल जाते हैं कि पश्चिमी देशों में जब महिलाओं से घृणा की जाती थी तब भारत में रानी अहिल्याबाई के रूप में एक महिला शासन संभाल रहीं थीं यह बात सांसद लता वानखेड़े ने लोक माता अहिल्याबाई की 300 वीं जन्म जयंती के उपलक्ष्य में भाजपा द्वारा उनके जीवन दर्शन पर ग्रंथाय एजुकेशन सेंटर में आयोजित परिचर्चा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।जिला अध्यक्ष श्याम तिवारी ने कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की 300 वीं जन्म जयंती पर हम उनके बिंदू से विराट तक की यात्रा को स्मरण करते हुए उनके आद्शों पर चल रहे है वह अपनी धर्म परायणता, न्यायप्रियता, परोपकार और राष्ट्रनिष्ठा के लिए जानी जाती है मां अहिल्या नारी नेतृत्व, सेवा और न्याय से सजी शक्ति की अनुपम प्रेरणा है विधायक इंजी.प्रदीप लारिया ने कहा कि देवी अहिल्याबाई होल्कर के सपनों को पूरा करने का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं देवी अहिल्याबाई ने इंदौर से पूरे देश का उत्थान कर चारों धामों, सप्तपुरी,अयोध्या का राम मंदिर, रामेश्वरम,काशी विश्वनाथ सहित देशभर में तीन हजार से ज्यादा मंदिरों का जीर्णोंद्धार का काम कर भारत को सजाने का काम किया था प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चारों धामों को जोड़ने,बौद्ध और जैन सर्किट सहित सात हजार से ज्यादा मंदिरों का निर्माण और जीर्णोंद्धार का कार्य किया जा रहा है देवी अहिल्याबाई होल्कर ने कुओं और बावड़ियों का निर्माण किया था प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जल-जीवन मिशन के तहत हर घर में नल-जल योजना के तहत पानी पहुंचाने का काम किया है देवी अहिल्याबाई होल्कर ने काशी में मणिकर्णिका घाट सहित बड़ी संख्या में घाटों का निर्माण किया कार्यक्रम का संचालन भूमिका अहिरवार रोहिणी अहिरवार ने किया आभार कार्यक्रम संयोजक चैन सिंह ठाकुर एवं विक्रम सोनी ने व्यक्त किया।
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