गुड़ा हाई स्कूल बना सियासी अखाड़ा, शिक्षा के मंदिर में खेली जा रही गुटबाजी की गंदी राजनीति!
देखे पूरा वीडियो
गौर नगर संकुल के तहत आने वाला गुड़ा हाई स्कूल इन दिनों शिक्षा का नहीं, बल्कि सियासी घमासान का केंद्र बन चुका है। शिक्षक दो गुटों में बंटे हुए हैं, और इस आपसी रस्साकशी की सबसे बड़ी कीमत चुका रहे हैं मासूम बच्चे — जिनका भविष्य इन गुटीय लड़ाइयों की भेंट चढ़ता जा रहा है!
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, हाल ही में स्कूल की प्राचार्य महोदया ने शिक्षिका अर्चना उपाध्याय को बिना किसी नोटिस या औपचारिक जांच के सीधे कार्यमुक्ति का फरमान सुना दिया!
प्राचार्य का तर्क — "छात्रों और स्टाफ से मिल रही लगातार शिकायतें"!
लेकिन जब परतें खुलीं, तो चौंकाने वाला सच सामने आया —
छात्रा के परिजनों ने साफ कहा कि प्राचार्य ने दबाव डालकर झूठी शिकायतें लिखवाई थीं!
इस घटना के कुछ ही देर बाद, लगभग 11 बजे, स्कूल में ही अर्चना उपाध्याय ने कीटनाशक पीकर आत्महत्या का प्रयास किया।
संकटपूर्ण स्थिति में उन्हें तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां फिलहाल उनकी हालत सामान्य बताई जा रही है।
ग्रामीणों से बातचीत में जो सच्चाई सामने आई, वह और भी खौफनाक है —
स्कूल में लंबे समय से अव्यवस्था, पक्षपात और गुटबाजी चरम पर है। शिक्षक शिक्षा छोड़कर वर्चस्व की जंग में उलझे हैं, और बच्चे बेबस हैं — बिना मार्गदर्शन, बिना भविष्य के!
अब सवाल उठता है —
जब स्कूलों को सियासी अखाड़ा बना दिया जाएगा, तो बच्चों का सुनहरा भविष्य कैसे गढ़ेगा?
क्या गुड़ा हाई स्कूल में हो रही गुटबाजी शिक्षा विभाग की आंखों में धूल झोंकने का खुला षड्यंत्र नहीं है?
अब पूरा जिला पूछ रहा है —
क्या शिक्षा विभाग जागेगा या फिर इस घटना पर भी औपचारिकता निभाकर फाइलों में दफना दिया जाएगा?
फैसला अब जिम्मेदारों के हाथ में है।
0 Comments