चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम हेतु उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन

सागर.डॉ.हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के आलोक में चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम विस्तार के आलोक में स्नातक अंतिम सेमेस्टर के विद्यार्थियों हेतु उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयन्ती सभागार में किया गया. कार्यक्रम की मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो.नीलिमा गुप्ता ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि यह विद्यार्थियों के लिए एक विकल्प की तरह है जिसमें वे चौथे वर्ष में प्रवेश ले सकते हैं. इससे उनके सामने वैश्विक मानकों के आधार पर डिग्री होगी और वे वैश्विक मानक पर संचालित किसी भी संस्थान में आगे के अध्ययन एवं शोध के लिए योग्य होंगे.चौथे वर्ष के पाठ्यक्रम के संचालन का उद्देश्य विद्यार्थियों को शोध के लिए तैयार करना और उन्हें निरंतरता में गहन एवं विशेषज्ञता आधारित अध्ययन के लिए प्रेरित करना है.कार्यक्रम में अकादमिक अफेयर्स के निदेशक प्रो. नवीन कानगो ने स्वागत वक्तव्य देते हुए विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन से सभी को अवगत कराया तथा नीति के निर्देश के आलोक में शामिल किये गये प्रत्येक आयामों जैसे कौशल आधारित पाठ्यक्रम,मूल्य आधारित पाठ्यक्रम,दक्षता आधारित पाठ्यक्रम आदि के बारे में बताया.
आंतरिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ के निदेशक प्रो. अनिल कुमार जैन ने स्नातक चतुर्थ वर्ष की रूपरेखा से विद्यार्थियों को अवगत कराते हुए शोध संभावनाओं,विशेषज्ञता, वैश्विक परिदृश्य में चतुर्थ वर्ष के पाठ्यक्रम की महत्ता,क्रेडिट निर्धारण,पाठ्यचर्या का स्वरुप आदि सहित कई आयामों पर चर्चा की.उन्होंने चतुर्थ वर्ष में प्रवेश की अर्हताओं के बारे में और भविष्य में शैक्षणिक कैरियर एवं अन्य रोजगार संभावनाओं पर भी चर्चा की.छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो.डी.के.नेमा,प्रो. अनिल जैन एवं प्रो.नवीन कानगो ने विद्यार्थियों के सभी सवालों का समाधान भी किया.कार्यक्रम में प्रो.राजेन्द्र यादव, प्रो.चंदा बेन,प्रो.एम एल खान,प्रो.रणवीर कुमार,डॉ.ऋतु यादव,डॉ.रजनीश,डॉ.नवीन सिंह सहित विवि के कई विभागों के शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे.

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