विश्वविद्यालय आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस एण्ड इट्स एप्लीकेशन विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन

सागर.डॉ.हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय,सागर के कम्प्यूटर विज्ञान एवं अनुप्रयोग विभाग द्वारा विशेष व्याख्यान श्रृंखला के अंतर्गतआर्टिफीसियल इंटेलिजेंस एण्ड इट्स एप्लीकेशन’ विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन दिनांक 20.02.2025 को किया गया. इस व्याख्यान में मुख्य अतिथि के रूप में प्रो.अतुल एम.गोंसाई, सौराष्ट्र विश्वविद्यालय,राजकोट,गुजरात उपस्थित थे.कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि अतुल एम.गोंसाई,प्रो.आर.के. गंगेले अधिष्ठाता,गणितीय एवं भौतिकी विज्ञान और कार्यक्रम के आयोजक डॉ.अभिषेक बॅसल,विभागाध्यक्ष कम्प्यूटर विज्ञान एवं अनुप्रयोग ने द्वीप प्रज्वलित कर किया. कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में विभागाध्यक्ष डॉ. बॅसल ने एआई के दैनिक उपयोग में होने वाले विभिन्न अनुप्रयोग पहलुओं पर चर्चा की.उन्होंने बताया कि कुलपति प्रो.नीलिमा गुप्ता के प्रयासो से एआई में स्नातकोत्तर डिग्री एमएससी इन एआई एण्ड बीडीए जुलाई 2025 सत्र से कम्प्यूटर विभाग में शुरू किया जा रहा है. जिसका रजिस्ट्रेशन सीयूईटी–पीजी से प्रारम्भ हो चुका है.प्रो.आर.के.गंगेले ने इस कोर्स की सराहना करते हुए बताया कि एआई टेक्नोलॉजी में दक्षता हासिल कर विद्यार्थी आगामी समय में अच्छे पैकेज पर प्लेसमेंट के अवसर प्राप्त कर सकेंगे.प्रो.गोंसाई ने अपने व्याख्यान में कृत्रिम बुद्धिमत्ताआर्टिफीसियल इंटेलिजेंस एवं मशीन लर्निग के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की.उन्होने बताया कि एआई केवल एक तकनीकी अवधारणा नहीं है, बल्कि यह आधुनिक जीवन के हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है.उन्होंने एआई के स्वास्थ्य, शिक्षा, व्यापार, साइबर सुरक्षा,कृषि,वित्तीय सेवाओं और औद्योगिक स्वचालन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे व्यापक प्रयोग पर प्रकाश डाला. उन्होने बताया कि मशीन लर्निंग और डीप लर्निंग के माध्यम से कैसे डेटा से नई संभावनाएं उत्पन्न की जा रही हैं और इनका उपयोग भविष्य में निर्णय लेने की प्रक्रिया को अधिक प्रभावी बनाने में किया जाएगा.व्याख्यान में कम्प्यूटर एप्लीकेशन विभाग के विद्यार्थी, शिक्षक और अन्य पाठ्यक्रम के शोधार्थी एवं संकाय के सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित रहे. छात्रों ने प्रो.गोसाई से एआई में अनुसंधान और कैरियर के अवसरों को लेकर प्रश्न पूछे,जिनका उन्होनें विस्तृत उत्तर दिया.उन्होंने एआई में कैरियर निर्माण के लिए आवश्यक कौशल,शोध के नवीनतम रूझान और उद्योगों में एआई की मांग के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की.कार्यक्रम के अंत में कमल कांत ने धन्यवाद ज्ञापित किया.

Post a Comment

0 Comments