डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर एवं ज्ञानवीर विश्वविद्यालय सागर के बीच शैक्षणिक समझौते पर हस्ताक्षर हुए. विश्वविद्यालय के गौर समिति कक्ष में आयोजित यह शैक्षणिक समझौता कार्यक्रम डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो.नीलिमा गुप्ता, ज्ञानवीर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति आदित्य सिंह राजपूत एवं कुलपति प्रो.आर. के. त्रिवेदी की गरिमामयी उपस्थिति में संपन्न हुआ
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कहा कि इस एमओयू के माध्यम से दोनों विश्वविद्यालयों के बीच अकादमिक एवं शोध गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा उन्होंने दोनों विश्वविद्यालय के उपस्थित प्रतिनिधियों को बधाई देते हुए कहा कि समन्वय और सहयोग से हम डॉ.गौर के संकल्प पथ पर आगे बढ़ेंगे हमारा विश्वविद्यालय लगातार सर्वोत्कृष्ट कार्य कर रहा है ज्ञानवीर विवि भी एक अच्छे वातावरण और अच्छे इन्फ्रास्ट्रक्चर वाले विश्वविद्यालय के रूप में प्रगति कर रहा है हम सब मिलकर डॉ.गौर के सपनों को साकार करेंगे देश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लेकर लगातार बहुत तेजी से कार्य हो रहे हैं हम उसी दिशा में मिलकर कार्य करेंगे उन्होंने कहा कि दोनों विश्वविद्यालय मिलकर एक्सटेंशन एजुकेशन आउट रीच प्रोग्राम, रिसर्च कोलैबोरेशन, संसाधनों का समन्वय के साथ आदान-प्रदान करते हुए शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ेंगे और इसके बेहतर परिणाम मिलेंगे जो अंततः समाज के लिए लाभकारी होंगे. यही शिक्षा का उद्देश्य है.
ज्ञानवीर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति आदित्य सिंह राजपूत ने कहा कि डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय केवल शिक्षा का एक संस्थान ही नहीं बल्कि यह हम सबकी संस्कृति का हिस्सा है जिसके सान्निध्य में रहकर हम सबने बहुत कुछ सीखा है ऐसे संस्थान से जुड़ना हमारे विश्वविद्यालय के लिए गौरव और सम्मान की बात है.हम यहाँ से बहुत कुछ सीखकर नव-विकसित ज्ञानवीर विश्वविद्यालय को दे पाएंगे ऐसी मैं आशा करता हूँ.डॉ.गौर ने इस क्षेत्र में विवि स्थापित कर शिक्षा की ज्योति जलाई थी. ज्ञानवीर विवि भी उनके दिखाए गये मार्ग पर चलने के लिए तत्पर है ज्ञानवीर विवि के कुलपति प्रो.आर.के. त्रिवेदी ने कहा कि मैं इसी विश्वविद्यालय का छात्र और शिक्षक रहा हूँ. एक कुलपति के रूप में मुझे डॉ.गौर की प्रेरणा से शिक्षा के एक नए विकसित होते संस्थान में कर्तव्य का अवसर मिला है. इस विश्वविद्यालय में बहुत सी सुविधाएं, संग्रहालय,पुस्तकालय इत्यादि मौजूद हैं जिनसे हम बहुत कुछ सीख सकेंगे.यह विश्वविद्यालय हमारे लिए पथ प्रदर्शक की तरह है.इस अवसर पर विश्वविद्यालय के वरिष्ठ प्रो.वाय.एस.ठाकुर,अकादमिक अफेयर्स निदेशक प्रो.नवीन कानगो,छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो.डी.के.नेमा, प्रो. दिवाकर राजपूत,प्रो.चंदा बेन,प्रो.अनिल कुमार जैन, प्रो.सुशील काशव,प्रो.अस्मिता गजभिये, प्रो.रणवीर कुमार,प्रो.ए.के.सिंह सहित कई शिक्षक एवं अधिकारी उपस्थित थे।
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